Which yoga is best for diabetes?

           Yoga for Diabetes : डायबिटीज के
          मरीजों को बेहद फायदेमंद हैं ये आसन विधि

Benefits of balasan yoga : अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो यें खबर आप के काम की हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐसे लोगों को दवाइयों से ज्यादा जीवनशैली में बदलाव करके डायबिटीज को नियंत्रित करने के प्रयास करने की सलाह देते हैं, इसके लिए योग को बेहतर माध्यम माना जाता हैं। क्योंकि योग एक ऐसी चीज हैं जों आपके दिमाग को आराम देने के साथ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखता हैं।


योग क्या हैं (what is yoga?)

आइये जानते हैं yoga क्या हैं।

 शरीर और मन का संतुलन हैं, योग 


   योग शब्द के दो अर्थ हैं और दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। पहला है- जोड़ और दूसरा है समाधि। जब तक हम स्वयं से नहीं जुड़ते, समाधि तक पहुँचना कठिन होगा । योग दर्शन या धर्म नहीं, गणित से कुछ ज्यादा है। दो में दो मिलाओ चार ही आएँगे। चाहे विश्वास करो या मत करो, सिर्फ करके देख लो। आग में हाथ डालने से हाथ जलेंगे ही, यह विश्वास का मामला नहीं है।        

योग आसन को जीवनशैली में शामिल करके रक्तचाप और रक्तशर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती हैं, इसलिए अगर आपके भी रक्तशर्करा के स्तर में उतार - चढ़ाव बना रहता हैं, तो रोजाना बालासन योग का अभ्यास करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता हैं।

बालासन योग डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी
डायबिटीज रोगियों के लिए बालासन योग का अभ्यास करना फायदेमंद माना जाता हैं। ये रक्त शर्करा के स्तर को नियत्रित बनाए रखने के लिए जरूरी हैं, योग विशेषज्ञ के मुताबिक मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं जैसे तनाव आदि को कम करने तथा पीठ और गर्दन की दर्द से राहत दिलाने में बालासन योग के अभ्यास को फायदेमंद माना जाता हैं।

बालासन की विधि (balasana's method )

बालासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाए।
अब दोनों हाथो को आगे की ओर करें और सिर को जितना हो सके नीचे की ओर झुकाए।
आपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखे और हथेलियाँ जमीन पर रखे।
शुरुआत में 15से 20 सेकंड इस आसन का अभ्यास करें बाद में समय बढ़ा सकते हैं।




बालासन करने के अन्य फायदे (Benefit's of Balasan)
1. इस आसन के अभ्यास के दौरान रीढ़ की हड्डी या स्पाइनल कॉलम में राहत मिलती हैं।

2. बालासन शरीर में मांसपेशियों को राहत देता हैं और पीठ दर्द को दूर करने में मदद करता हैं।

3. बालासन करने से शरीर के अंदरूनी अंगों में लचीलापन आता हैं।

4. कमर दर्द, कंधे, गर्दन, पीठ तथा जोड़ो के दर्द और मांसपेशियों के दर्द में यह बहुत लाभकारी हैं।

5. बालासन करने से दिमाग शांत होता हैं, तथा गुस्सा कम होता हैं।

6. बालासन का नियमित अभ्यास दिमाग का तनाव दूर शांति देता हैं।

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं हैं, यह सिर्फ आपको शिक्षित करने के लिए दी गई हैं।


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