Gautam Buddh and angulmaal ki kahan (गौतम बुद्ध और अंगुलमाल की कहानी )Buddhist story in Hindi

Gautam Buddh and angulmaal ki kahan (गौतम बुद्ध और अंगुलमाल की कहानी )Buddhist story in Hindi

प्राचीनकाल की बात है। मगध देश की जनता में आतंक छाया हुआ था। अँधेरा होते ही लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे, कारण था अंगुलिमाल। अंगुलिमाल एक खूँखार डाकू था जो मगध देश के जंगल में रहता था। जो भी राहगीर उस जंगल से गुजरता था, वह उसे रास्ते में लूट लेता था और उसे मारकर उसकी एक उँगली काटकर माला के रूप में अपने गले में पहन लेता था। इसी कारण लोग उसे "अंगुलिमाल" कहते थे।
एक दिन उस गाँव में महात्मा बुद्ध आए। लोगों ने उनका खूब स्वागत-सत्कार किया। महात्मा बुद्ध ने देखा वहाँ के लोगों में कुछ डर-सा समाया हुआ है। महात्मा बुद्ध ने लोगों से इसका कारण जानना चाहा। लोगों ने बताया कि इस डर और आतंक का कारण डाकू अंगुलिमाल है। वह निरपराध राहगीरों की हत्या कर देता है। महात्मा बुद्ध ने मन में निश्चय किया कि उस डाकू से अवश्य मिलना चाहिए।

बुद्ध जंगल में जाने को तैयार हो गए तो गाँव वालों ने उन्हें बहुत रोका क्योंकि वे जानते थे कि अंगुलिमाल के सामने से बच पाना मुश्किल ही नहीं असंभव भी है। लेकिन बुद्ध अत्यंत शांत भाव से जंगल में चले जा रहे थे। तभी पीछे से एक कर्कश आवाज कानों में पड़ी- "ठहर जा, कहाँ जा रहा है?"

बुद्ध ऐसे चलते रहे मानो कुछ सुना ही नहीं। पीछे से और जोर से आवाज आई-"मैं कहता हूँ ठहर जा।" बुद्ध रुक गए और पीछे पलटकर देखा तो सामने एक खूँखार काला व्यक्ति खड़ा था। लंबा-चौड़ा शरीर, बढ़े हुए बाल, एकदम काला रंग, लंबे-लंबे नाखून, लाल-लाल आँखें, हाथ में तलवार लिए वह बुद्ध को घूर रहा था। उसके गले में उँगलियों की माला लटक रही थी। वह बहुत ही डरावना लग रहा था।
बुद्ध ने शांत व मधुर स्वर में कहा- "मैं तो ठहर गया। भला तू कब ठहरेगा?"

अंगुलिमाल ने बुद्ध के चेहरे की ओर देखा, उनके चेहरे पर बिलकुल भय नहीं था जबकि जिन लोगों को वह रोकता था, वे भय से थर-थर काँपने लगते थे। अंगुलिमाल बोला- "हे सन्यासी! क्या तुम्हें डर नहीं लग रहा है? देखो, मैंने कितने लोगों को मारकर उनकी उँगलियों की माला पहन रखी है।"

बुद्ध बोले- "तुझसे क्या डरना? डरना है तो उससे डरो जो सचमुच ताकतवर है।" अंगुलिमाल जोर से हँसा - 'हे साधु! तुम समझते हो कि मैं ताकतवर नहीं हूँ। मैं तो एक बार में दस-दस लोगों के सिर काट सकता हूँ।'

बुद्ध बोले - 'यदि तुम सचमुच ताकतवर हो तो जाओ उस पेड़ के दस पत्ते तोड़ लाओ।' अंगुलिमाल ने तुरंत दस पत्ते तोड़े और बोला - 'इसमें क्या है? कहो तो मैं पेड़ ही उखाड़ लाऊँ।' महात्मा बुद्ध ने कहा - 'नहीं, पेड़ उखाड़ने की जरूरत नहीं है। यदि तुम वास्तव में ताकतवर हो तो जाओ इन ‍पत्तियों को पेड़ में जोड़ दो।' अंगुलिमाल क्रोधित हो गया और बोला - 'भला कहीं टूटे हुए पत्ते भी जुड़ सकते हैं।' महात्मा बुद्ध ने कहा - 'तुम जिस चीज को जोड़ नहीं सकते, उसे तोड़ने का अधिकार तुम्हें किसने दिया?
एक आदमी का सिर जोड़ नहीं सकते तो काटने में क्या बहादुरी है? अंगुलिमाल अवाक रह गया। वह महात्मा बुद्ध की बातों को सुनता रहा। एक अनजानी शक्ति ने उसके हृदय को बदल दिया। उसे लगा कि सचमुच उससे भी ताकतवर कोई है। उसे आत्मग्लानि होने लगी।

वह महात्मा बुद्ध के चरणों में गिर पड़ा और बोला - 'हे महात्मन! मुझे क्षमा कर दीजिए। मैं भटक गया था। आप मुझे शरण में ले लीजिए।' भगवान बुद्ध ने उसे अपनी शरण में ले लिया और अपना शिष्य बना लिया। आगे चलकर यही अंगुलिमाल एक बहुत बड़ा साधु हुआ।

Which yoga is best for diabetes?

           Yoga for Diabetes : डायबिटीज के
          मरीजों को बेहद फायदेमंद हैं ये आसन विधि

Benefits of balasan yoga : अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो यें खबर आप के काम की हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐसे लोगों को दवाइयों से ज्यादा जीवनशैली में बदलाव करके डायबिटीज को नियंत्रित करने के प्रयास करने की सलाह देते हैं, इसके लिए योग को बेहतर माध्यम माना जाता हैं। क्योंकि योग एक ऐसी चीज हैं जों आपके दिमाग को आराम देने के साथ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखता हैं।


योग क्या हैं (what is yoga?)

आइये जानते हैं yoga क्या हैं।

 शरीर और मन का संतुलन हैं, योग 


   योग शब्द के दो अर्थ हैं और दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। पहला है- जोड़ और दूसरा है समाधि। जब तक हम स्वयं से नहीं जुड़ते, समाधि तक पहुँचना कठिन होगा । योग दर्शन या धर्म नहीं, गणित से कुछ ज्यादा है। दो में दो मिलाओ चार ही आएँगे। चाहे विश्वास करो या मत करो, सिर्फ करके देख लो। आग में हाथ डालने से हाथ जलेंगे ही, यह विश्वास का मामला नहीं है।        

योग आसन को जीवनशैली में शामिल करके रक्तचाप और रक्तशर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती हैं, इसलिए अगर आपके भी रक्तशर्करा के स्तर में उतार - चढ़ाव बना रहता हैं, तो रोजाना बालासन योग का अभ्यास करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता हैं।

बालासन योग डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी
डायबिटीज रोगियों के लिए बालासन योग का अभ्यास करना फायदेमंद माना जाता हैं। ये रक्त शर्करा के स्तर को नियत्रित बनाए रखने के लिए जरूरी हैं, योग विशेषज्ञ के मुताबिक मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं जैसे तनाव आदि को कम करने तथा पीठ और गर्दन की दर्द से राहत दिलाने में बालासन योग के अभ्यास को फायदेमंद माना जाता हैं।

बालासन की विधि (balasana's method )

बालासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाए।
अब दोनों हाथो को आगे की ओर करें और सिर को जितना हो सके नीचे की ओर झुकाए।
आपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखे और हथेलियाँ जमीन पर रखे।
शुरुआत में 15से 20 सेकंड इस आसन का अभ्यास करें बाद में समय बढ़ा सकते हैं।




बालासन करने के अन्य फायदे (Benefit's of Balasan)
1. इस आसन के अभ्यास के दौरान रीढ़ की हड्डी या स्पाइनल कॉलम में राहत मिलती हैं।

2. बालासन शरीर में मांसपेशियों को राहत देता हैं और पीठ दर्द को दूर करने में मदद करता हैं।

3. बालासन करने से शरीर के अंदरूनी अंगों में लचीलापन आता हैं।

4. कमर दर्द, कंधे, गर्दन, पीठ तथा जोड़ो के दर्द और मांसपेशियों के दर्द में यह बहुत लाभकारी हैं।

5. बालासन करने से दिमाग शांत होता हैं, तथा गुस्सा कम होता हैं।

6. बालासन का नियमित अभ्यास दिमाग का तनाव दूर शांति देता हैं।

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं हैं, यह सिर्फ आपको शिक्षित करने के लिए दी गई हैं।


ये भी पढ़े: 👇स्वस्थ शरीर रखने के 4 घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय, https://www.blogger.com/blog/post/edit/6586601065527019327/5433687696894934736?hl=en-GB


मॉर्निंग वॉक के फायदे ( Morning walk ke fayde by Sachin )

                     मॉर्निंग वॉक के फायदे

      Benefits of Morning walk in Hindi



आज की इस भाग दौड़ भरी ज़िंदगी और खराब लाइफस्टाइल के कारण हर दूसरा व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए लोग अक्सर जिम में घंटो पसीना बहाते हैं। लेकिन कई बार जिम में घंटो वर्कआउट करने के बाद भी रिजल्ट नहीं मिल पाता है।वहीं भारी संख्या में लोग खराब लाइफस्टाइल के कारण कई तरह की बीमारियों से ग्रसित है, ऐसे में इन सभी चीजों से छुटकारा पाने के लिए मॉर्निंग वॉक को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें। मॉर्निंग वॉक के फायदे के बारे में जान आप हैरान रह जाएंगे।


    मॉर्निंग वॉक के फायदे

 (morning walk ke fayde)


वजन घटाने के लिए (weight loss )



अनियंत्रित खान - पान और खराब लाइफस्टाइल को मोटापे का एक बड़ा कारण माना जाता है। वजन घटाने के लिए लोग अपनी डाइट में कई तरह के बदलाव लाते है, लेकिन आप मॉर्निंग वॉक को अपनी डेली रूटीन में शामिल कर लें तो आप काफी तेजी वजन घटा सकते है। ऐसे में अगर आप मोटापे से परेशान है तो रोजाना मॉर्निंग वॉक करें।

डायबिटीज नियंत्रित रखे (Diabetes )


डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। इसकी दवाएं व्यक्ति को ताउम्र खानी पड़ती हैं। वहीं अगर आप डायबिटीज को नियंत्रित रखना चाहते हैं। तो रोजाना मॉर्निंग वॉक करें। डायबिटीज के मरीजों के लिए ये काफी फायदेमंद हैं।

दिल की सेहत रखे दुरुस्त (For Heart )




खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा, बीपी और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याए बढ़ती जा रही हैं। इनकी वजह से दिल की सेहत पर भी बहुत खराब असर पड़ता हैं। और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता हैं। ऐसे में दिल की सेहत को स्वास्थ रखने के लिए रोजाना कम से कम आधा से एक घंटे मॉर्निंग वॉक करें। इससे वजन और कोलेस्ट्रॉल कम होगा। इसके साथ ही बीपी नियंत्रित रहेगा।

फेफड़ो के लिए लाभकरी (beneficial for lungs )



कोरोना काल में लोग अपने फेफाडो की सेहत को लेकर ज्यादा चिंतित हो गए हैं। क्योंकि कोरोना वायरस सीधे लंग्स पर ही अटैक करता हैं। ऐसे में अगर आप अपने फेफड़ो को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो मॉर्निंग वॉक करें।

अस्वीकरण : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती हैं। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं हैं। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हेल्थ इज वेल्थ हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता हैं।


सेब खाने के फायदे और लाभ (Benefits of eating apple)

 Benefits of eating apple:

सेब एक ऐसा फल है, जो आपको कई बीमारियों से बचाने में मददगार है. जानिए इसके फायदों के बारे में..


Benefits of eating apple: आज हम आपके लिए लेकर आए हैं सेब के फायदे. सेब दुनियाभर में सबसे अधिक खाया जाने वाला फल है. अपने बेहतरीन गुणों के कारण इसे जादुई फल भी कहा जाता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और बीमारियों से लड़ने वाले तत्व पाए जाते हैं. सेब में कुछ ऐसे भी तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण को प्रोत्साहित करते हैं

Benefits of eating apple: रोज इस वक्त खा लें 1 सेब, दूर भाग जाएंगी बीमारियां, मिलते हैं ये जबरदस्त फायदे


डाइट एक्सपर्ट डॉक्टर रंजना सिंह के अनुसार, सेब में पेक्टिन जैसे फायदेमंद फाइबर्स पाए जाते हैं. हर रोज एक सेब खाने से कैंसर, हाइपरटेंशन, मधुमेह और दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है.



Advertising

सेब खाने के जबरदस्त फायदे (Amazing benefits of eating apple)



सेब के सेवन से बढ़ती उम्र की वजह से मस्ति‍ष्क पर पड़ने वाले प्रभाव को दूर करने में मिलती है.


सेब में भरपूर मात्रा में डाइट्री फाइबर्स पाए जाते हैं, जो पाचन क्रिया को सही रखने में मददगार होते हैं.



सेब का नियमित सेवन करने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है.


सेब के नियमित सेवन से टाइप-2 मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है.


सेब का सेवन दिल के लिए बहुत अच्छा होता है. इससे कब्ज की समस्या भी नहीं होती है.



वजन को नियंत्रित करने के लिए भी सेब का नियमित इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है.


सेब में विटामिन C संतुलित मात्रा में होता है. साथ ही साथ इसमें आयरन और बॉरोन भी पाया जाता है. इन सभी के क़ॉम्बीनेशन से हड्डियों में ताकत आती है.



सेब खाने का सही समय (best time to eat apple)

डाइट एक्सपर्ट डॉक्टर रंजना सिंह के अनुसार, खाली पेट यानी जब सुबह उठकर आपने कुछ ना खाया हो और सबसे पहले सेब ही खा लें. ऐसा करने से आपको पेट में जलन, गैस या बेचैनी हो सकती है. इसलिए सुबह नाश्ते के 1 घंटे बाद या लंच करने के 1 से 2 घंटे बाद सेब का सेवन करना सबसे अधिक लाभकारी होता है. आप नियमित रूप से इस समय पर 1 सेब खा सकते हैं.



Fitness tips : 10

                   अपना लें ये 10 आदतें, रहेंगे

                  बिल्कुल फिट और  सेहतमंद


1-शरीर को फिट - शरीर को फिट रखना कोई आसान काम नहीं है घर का बना खाना, और अच्छी नीद लेना और एक्सरसाइज करने के अलावा और भी कई चीजें है। जिन्हे करने में बहुत समय लग जाता है। हलाकि, कुछ ऐसी चीजें है जिन्हे 1मिनट से भी कम मे करके आप खुद पूरी तरह सेहतमंद रख सकते है।


2-सुबह उठकर पानी पीना - सुबह उठकर चाय या काफी से पहले एक बड़े ग्लास में पानी पिए. पूरी तरह सो के उठने के बाद शरीर पूरी तरह डिहाइड्रेटेड रहता हैं। सुबह उठ कर पानी पीने से ना सिर्फ बॉडी को एनर्जी मिलती हैं। बल्कि ये दिमाग़ और किडनी के लिए भी बहुत अच्छा होता हैं।सुबह एक ग्लास पानी से शरीर बिल्कुल एक्टिव हो जाता हैं।


3- दांतो की फ्लॉसिंग - दांतो की देखभाल का सबसे अच्छा तरीका फ्लॉसिंग हैं। दांतो के किनारो मे खाने के छोटे टुकड़े फसे रह जाते हैं, जिससे बैक्टीरिया होने लगते हैं फ्लॉसिंग मे पतले धागे से दांतो की सफाई की जाती हैं इसके लिए धागे को दो दांतो के बीच मे फसा कर हल्के हाथों से दांतो पर ऊपर से नीचे तरफ रगड़ा जाता हैं। इससे दांतो की जड़ो मे जमी गंदगी साफ होती हैं।


4- माउथवॉश से कुल्ला करना - 30 सेकेंड तक किसी अच्छे माउथवॉश से  कुल्ला करने से बैक्टीरिया खत्म होते हैं। इसे किसी भी समय किया जा सकता हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना हैं की सोने से पहले माउथवॉश से कुल्ला करना सबसे अच्छा होता हैं। सोते समय मुँह सूख जाता हैं और इस समय मुँह के बैक्टीरिया दांतो और मसूड़ों को नुकसान पहुंचते हैं। इसलिए कुल्ला करके सोना अच्छा माना जाता हैं।



5- प्रोटीन से भरपूर नाश्ता - प्रोटीन से भरा नाश्ता करने पर ब्लड शुगर कंट्रोल रहता हैं। शरीर को एनर्जी मिलती हैं, जल्दी भूख नहीं लगती हैं और मूड भी अच्छा रहता है, प्रोटीन से भरा ब्रेकफास्ट वेटलॉस के लिए भी अच्छा माना जाता हैं।



6- दिन भर मे कोई एक फल खाना - पूरे दिन मे कोई एक फल या कोई हरी सब्जी स्नैक की तरह खाएं. अगर àआपके पास समय की कमी हैं तो इसे रात में काटकर फ्रिज में रख लें हर दिन फल खाने से शरीर को फाइबर, विटामिन, मिनरल्स मिलते हैं। जिससे पाचन अच्छा होता हैं, स्किन हेल्दी होती हैं और ब्लड शुगर भी सही रहता हैं।



7- ग्रीन टी पीना - ग्रीन टी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं, यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेटिव कार्डियोलॉजी की एक स्टडी के अनुसार, सप्ताह में कम से कम तीन बार ग्रीन टी पीने से ह्रदय रोग और स्ट्रोक का खतरा लगभग 25 फीसद तक कम हो जाता हैं।


8- सीढियां चढ़े - 2019 की एक स्टडी के अनुसार दिन में तीन बार 20 सेकंड में 60 सीढियां चढ़ने से कार्डियो फिटनेस 5 फीसद तक बढ़ जाता हैं। कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में थोड़ा सुधार भी दिल की बीमारी का खतरा कम करता हैं और शरीर को पूरी तरह से सेहदमंद रहता हैं।


9- बॉडी पर ध्यान दें - अपनी पूरी फिटनेस पर ध्यान दें, बिना बाजू वाली कुर्सी पर बैठे, अपनी पीठ बिल्कुल सीधी रखे और पैरों को जमीन से पूरी तरह सटाए. अब खाड़े हो जायें और  फिर बैठें. इसे जल्दी - जल्दी 10 बार करें एक स्टडी के मुताबिक ऐसा करने में जिन्हे 26 सेकंड से ज्यादा समय लगता हैं, वो अंदर से फिट नहीं होते हैं।


10- जल्दी काम करने की आदत - साइकोलॉजिस्ट का कहना हैं। की घड़ी के अनुसार काम करने से दिमाग़ तेज होता हैं, घड़ी पर ध्यान दें और छोटे -मोटे काम 1 मिनट के अंदर करने की आदत डाले. आप जितना जल्दी काम करने की कोशिश करेंगे, आपके दिमाग़ की मांसपेशियाँ उतनी मजबूत होंगी, इससे आप शरीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहेंगे।

 

NOTE: 👇👇

उम्मीद करता हूँ की यह 10 फिटनेस टिप्स आपको पसन्द आई होगी।

और आप इसे अपने दोस्तों को शेयर जरूर करना जिससे आपके दोस्त भी यें फिटनेस टिप्स फॉलो कर सके। 

जय हिन्द दोस्तों 🙏🙏

Health is wealth(स्वास्थ्य ही धन हैं।)

                          Health is wealth in Hindi

                                स्वस्थ कैसे रहे? (उपाय और

                                            महत्व )





प्रिय मित्रो, मै सचिन आपका आपकी अपनी वेबसाइट Healthiswealth.com पर बहुत स्वागत हैं। आज हम जानेंगे की स्वस्थ कैसे रहे?


आज के समय मे कोई भी इंसान स्वस्थ ज़िंदगी व्यतित नहीं कर पता हैं, और इसकी वजह हैं हमारे आस - पास का वातावरण।


दोस्तों, इस लेख को आखिरी तक पढ़िए क्योंकि आज मै आपके साथ स्वस्थ रहने के कुछ आसान टिप्स शेयर करूँगा।



तो चलिए दोस्तों, जाने की आज के समय मे स्वस्थ कैसे रहा जा सकता हैं।



स्वस्थ शरीर रखने के 4 घरेलू और

आयुर्वेदिक उपाय


👉 Dance : नृत्य




काफी लोगों को डांस करने का बहुत शौक होता हैं, दोस्तों आप चाहे तो डांस क्लासेज ज्वाइन कर के अपनी इच्छा को भी पूरी कर सकते हैं साथ ही आपकी बॉडी सुन्दर दिखने लगेगी और फिट भी होगी।


👉walk while Talking : बात करते वक्त चलें




आज कल फ़ोन पर लोग बहुत लम्बी - लम्बी बाते करते हैं, और दोस्तों बात करते समय वो अक्सर बैठ जाते हैं क्योंकि अगर खड़े हो कर बात करेंगे तो उनके पैरों मे दर्द होगा,

तो मै आपको एक सलाह देना चाहूँगा की आप बैठने के बजाये चल- चल के बात कीजिये।


👉Exercise : व्यायाम




मै जनता हूँ की आज कल हर इंसान का जीवन इतना व्यस्त होता जा रहा है की उनके पास खुद के लिए भी समय नहीं है।


लेकिन ये गलत है मै ये नहीं बोल रहा की आप एक या दो घंटे व्ययाम कीजिये लेकिन हाँ रोज कम 15 मिनट के लिए व्ययाम जरूर करे। ताकि आपको पसीना आये और आपके शरीर पर चर्बी न जमा हो,

एक जरुरी बात और है की अगर आप GYM जाते है तो मशीन को सही तरह से प्रयोग करें। क्यूंकि अगर आप सही तरह से उसका प्रयोग नहीं कर रहे तो GYM करने का कोई फयदा नही है।


👉Fruits : फल




फलो मे सरे पोष्टिक आहार होते है, जिसकी एक स्वस्थ इन्सान को जरूरत होती है, इसलिए आप खाने से ज्यादा फल खाने पर ध्यान दीजिये।


ये थे कुछ खास उपाय जिनको फॉलो कर के आप स्वस्थ रह सकते है।

इसके साथ ही आप चाहे तो -

1. साईकिलिंग

2. स्विमिग

3. ट्रेकिंग

4. रनिंग


करने की आदत डाले और स्वस्थ जीवन असानी से व्यतित कर सकते है।



इन टेक्नोलॉजी का फायदा उठाइए लेकिन उसकी वजह से आप अलसी मत बनिये क्यूंकि आल्सी होने की वजह से सीधे आपके शरीर पर असर होगा और हो सकता है कि आपको बहुत सारी बिमारिओ का सामना करना पड़े।


आज  के इस लेख को हम यही समाप्त करते है। उम्मीद है आपको health is wealth (स्वस्थ ही धन है।) का यह लेख पसंद आया होगा।

आप इस आर्टिकल को अपने प्रियजनों के साथ जरूर शेयर करें और उनको बताये की स्वस्थ रहना कितना ज्यादा जरूरी है। और अगर आपके पास अपने कोई नुस्के है तो आप उनको कमेंट के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते हो। 🙂धन्यवाद!🙏